Choye ke laddu OR Rajgire ke laddu - चोए के लड्डू या राजगीरा के लड्डू
नवरात्रि पर चोए के लड्डू एक ऐसा मीठा है, जो कई दिनों तक रखकर खाया जा सकता है और वो हेल्थी भी होते हैं। चोए
के लड्डू को राजगीरे के लड्डू भी कहा जाता है। ये खाने में बहुत ही स्वादिस्ट, हल्के और सेहतमंद होते हैं।
गुड़ एक हल्का मीठा होता है जो न सिर्फ खाने में अच्छा लगता है बल्कि’ इसमें कई तरह के औषधिए गुण भी होते हैं। वैसे तो ये लड्डू आप कभी भी बना
कर खा सकते हो लेकिन इन लड्डू को ज़्यादातर
व्रत में खाया जाता है। आइये देखते हैं इसकी विधि :-
सामाग्री :-
150
ग्राम चोया (1 कप)
250 ग्राम गुड
2 – 3 चम्मच घी
विधि :-
एक कड़ाही को गरम अच्छी तरह से गरम कर लीजिये। एक सूती कपड़ा ले लीजिये, उसे रुमाल की तरह तेह कर दीजिये। फिर कड़ाही में 1 चम्मच चोया डाल कर कपड़े की सहायता से धीरे-धीरे घुमाइए। इस प्रक्रिया को ध्यान से कीजिएगा क्यूंकि चोए के दाने बिल्कुल मकई के दानो की तरह कड़ाही में उछलते हैं। अब धीरे-धीरे चोए के दाने फूलने लगेंगे। जैसे ही सारे दाने फूल जाएंगे, आप को दिखेगा चोया बादामी से सफ़ेद हो गया होगा। अब आप चोए को प्लेट में निकाल लीजिएगा। आप चाहे तो ये प्रक्रिया आप करछी की सहायता से भी कर सकते हैं। अब इसी प्रक्रिया को दोहराते हुए सारा चोया भून लीजिये।
अब सारे भुने हुए चोए में से सफ़ेद चोए को अलग कर दीजिएगा। बाकी वो चोया जो फूला नहीं हो। उसे अलग कर दीजिएगा।
अब गुड़ को बारीक तोड़ लीजिये। फिर कड़ाही में 2 चम्मच तेल डाल
कर गुड़ को पिघला लीजिये। अगर आपको जरूरत लगे तो आप 1-2 चम्मच पानी भी डाल सकते
हैं। जब सारा गुड़ पिघल जाए और उसमे झाग आने लगें तो आप समझ लीजिये आपकी गुड़ की
चाशनी तैयार है।
चाशनी देखने का तरीका :-
जब सारा गुड़ पिघल जाए और उसमे झाग आने लगें तो एक कटोरी
पानी में चम्मच की सहायता से 1 – 2 बूंद पिघला हुआ गुड़ डाल दीजिएगा। अगर पानी में
उस चाशनी की गोली बन जाती है, तो समझ लीजिएगा आपकी चाशनी तैयार है।
अब चाश्नी में सफ़ेद चोया डाल कर मिला लीजिये। अब हाथों पर थोड़ा सा पानी लगाकर गरम-गरम चाशनी के मिश्रण से गोल-गोल लड्डू बनाइएगा। एसे ही दोबारा से हाथों पर थोड़ा सा पानी लगाकर फिर से लड्डू बनाइएगा।
आपके लड्डू बन कर तैयार हैं। अब इन लड्डू को आप थोड़ी देर के लिए बाहर खुली हवा में रख दीजिये जिससे की लड्डू ठंडे होकर और भी टाइट हो जाएं। उसके बाद आप इन्हे किसी भी जार में भरकर रख सकते हैं और दिनों-दिन खा सकते हैं।
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