Mathura Ke Pede – मथुरा के पेड़े
मथुरा के पेड़े यूपी की मशहूर मिठाई में से एक मिठाई है। ये इतने
स्वादिस्ट होते हैं कि हर कोई 2-3 पेड़े से कम खाता ही नहीं है। मथुरा में इन पेड़ो का
भगवान श्री कृषण को भोग लगाया जाता है। वैसे तो पारम्परिक मथुरा के पेड़े गाय के दूध
के बने मावे से बनते हैं। लेकिन आप चाहे तो भैंस के दूध के मावे से भी पेड़े बना सकते हैं। इन लाजवाब पेड़ो
को बनाना बेहद ही आसान है। ये है इसकी विधि :-
सामाग्री –
500 ग्राम मावा
500 ग्राम भूरा
1 चम्मच सफ़ेद इलायची (बारीक पीसी हुई)
3 – 4 चम्मच देसी घी
विधि –
सबसे पहले आप एक कड़ाई ले लें, जिसका तला थोड़ा सा भारी हो।
अब उस कड़ाई में मावे को डालकर धीमी आंच पर भून ले। भूनते समय मावे को लगातार चलाते
रहें। जिससे मावा कड़ाई के नीचे ना चिपके। मावे को चलते वक़्त बीच में थोड़ा-थोड़ा करके
घी डालते रहें। जब मावा भून कर बादामी रंग का हो जाए तब गैस को बंद कर दें। और मावे
को ठंडा होने दें।
अब 500 ग्राम भूरा में से 100 ग्राम भूरा अलग निकाल कर रख लीजिये।
जब मावा ठंडा हो जाए तब उसमें बाकी 400 ग्राम भूरा और सफ़ेद इलायची दाल कर अच्छी तरह
से मिला लीजिये।
अब इस मिश्रण से छोटे से गोल आकार के नींबू के बराबर लड्डू से
बना लीजिये। फिर इस गोले को अपनी हथेली पर रख कर धीरे से दवाते हुए इसे पेड़े का आकार
दें। अब जो भूरा अलग राखी उसे एक प्लेट में निकाल लें। और पेड़े को उस भूरा में लपेट
दें। इस तरह से आप बाकी सारे मिश्रण से इसी तरह से पेड़े बनाते जाइए।
इन पेड़ो को 1 से 2 घंटो के लिए बाहर खुली हवा में रख दें। इससे
पेड़े थोड़े सख्त हो जाते हैं। उसके बाद इन्हे आप किसी भी कंटेनर में भरकर फ्रिज में
रख सकते हैं। और कई दिनो तक आराम से खा सकते हैं।
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